पठान एक बार में बैठा शराब पी रहा था। थोड़ी देर बाद उसके साथ वाली कुर्सी पर
एक और आदमी आकर बैठ गया। दोनों मस्ती में शराब पी रहे थे और टीवी देख रहे थे।
ख़बरों का समय हो गया था तो दोनों खबरें देखने लगे।
ख़बरों में दिखा रहे थे कि एक आदमी एक बिल्डिंग पर चढ़ कर कूदने की तैयारी कर रहा था।
पठान: तुम्हें क्या लगता है वो कूदेगा?
आदमी: हाँ बिलकुल, वो कूद जायेगा।
पठान: नहीं मुझे नहीं लगता।
आदमी: शर्त लगा लो, वो कूद जायेगा।
पठान: ठीक है, यह रहे 500/- रुपये वो नहीं कूदेगा।
आदमी ने भी 500/- रुपये निकाल कर मेज़ पर रखे और बोला, "वो कूद जायेगा।"
थोड़ी देर बाद ही बिल्डिंग पर चढ़े आदमी ने छलांग लगा दी और नीचे गिरते ही मर गया।
पठान बहुत उदास हो गया और आदमी को 500/- रुपये पकड़ाने लगा।
आदमी: मैं यह नहीं ले सकता। मैंने इससे पहले वाले बुलेटिन में देखा था कि वो आदमी कूद गया था।
.
.
.
पठान: वो तो मैंने भी देखा था। पर यह नहीं पता था कि वो दोबारा भी ऐसा कर सकता है।
एक और आदमी आकर बैठ गया। दोनों मस्ती में शराब पी रहे थे और टीवी देख रहे थे।
ख़बरों का समय हो गया था तो दोनों खबरें देखने लगे।
ख़बरों में दिखा रहे थे कि एक आदमी एक बिल्डिंग पर चढ़ कर कूदने की तैयारी कर रहा था।
पठान: तुम्हें क्या लगता है वो कूदेगा?
आदमी: हाँ बिलकुल, वो कूद जायेगा।
पठान: नहीं मुझे नहीं लगता।
आदमी: शर्त लगा लो, वो कूद जायेगा।
पठान: ठीक है, यह रहे 500/- रुपये वो नहीं कूदेगा।
आदमी ने भी 500/- रुपये निकाल कर मेज़ पर रखे और बोला, "वो कूद जायेगा।"
थोड़ी देर बाद ही बिल्डिंग पर चढ़े आदमी ने छलांग लगा दी और नीचे गिरते ही मर गया।
पठान बहुत उदास हो गया और आदमी को 500/- रुपये पकड़ाने लगा।
आदमी: मैं यह नहीं ले सकता। मैंने इससे पहले वाले बुलेटिन में देखा था कि वो आदमी कूद गया था।
.
.
.
पठान: वो तो मैंने भी देखा था। पर यह नहीं पता था कि वो दोबारा भी ऐसा कर सकता है।